चंडीगढ़, राजस्थान , गुजरात ,उड़ीसा और अब महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी को जिताकर जनता ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले का खुला समर्थन किया है.
मंगलवार को महाराष्ट्र में 10 महानगरपालिकाओं के लिए वोटिंग हुयी थी ,और कल यानि 23 फरवरी को उसके नतीजे आये थे ,10 महानगरपालिकाओं में से 8 पर अपनी शानदार जीत दर्ज करते हुए बीजेपी ने सबको चौंका दिया क्योंकि बीजेपी को 2012 के मुकाबले इस बार रिकॉर्ड सीटें मिलीं थी और ये जीत अहम इसलिए भी बन जाती है क्योंकि दो दशकों से भाजपा शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ती आ रही थी मगर इस बार भाजपा ने अपने अकेले दम पर चुनाव लड़ा और रिकॉर्ड सीटें हासिल करके सबको चौंका दिया ,भाजपा को BMC की 227 सीटों में से 82 सीटें मिलीं जबकि शिवसेना को केवल 84 सीटें ही हासिल हो पायीं ,ये जीत भाजपा की नहीं बल्कि महाराष्ट्र की उस जनता की है जिसने मोदी जी पर विश्वास जताते हुए भाजपा को वोट दिया ,मोदी जी की कार्यशैली पर मोहर लगाई ,नोटबंदी का समर्थन किया,ये जीत महाराष्ट्र की हिन्दू एकता की है .
महाराष्ट्र की जनता ने कांग्रेस को सिरे से नकारते हुए देश की जनता को साफ़ सन्देश दिया कि अब देश कि जनता अवसरवादी और गद्दार लोगों को और बर्दाश्त नहीं कर सकती .
आईये हम आपको बताते हैं कि बीजेपी ने 2012 के मुकाबले इस बार 10 में से 8 महानगरपालिकाओं की कितनी सीटें जीतीं
भाजपा
2012 - 205 सीटें
2017 - 470 सीटें
शिवसेना
2012 - 227 सीटें
2017 - 215 सीटें
कांग्रेस
2012 - 264 सीटें
2017 - 99 सीटें
एनसीपी
2012 - 265 सीटें
2017 - 108 सीटें
MNS
2012 - 112 सीटें
2017 - 16 सीटें
अन्य
2012 - 171 सीटें
2017 - 61 सीटें
ये आंकड़े बताते हैं कि जब हिन्दू एक होता है तो मैदान के मैदान साफ़ कर देता है .जैसा कि कांग्रेस का सुफडा कर दिया साफ़ .
आपको एक बात जानकर हैरानी होगी कि इन हिन्दू विरोधी पार्टियों का एक भी प्रत्याशी हिन्दू बहुल इलाकों से नहीं जीत पाया .
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