2014 से पहले का समय किसानों के लिए बहुत ही दुखदायी समय था उस समय किसानों के लिए अपने गेंहूँ में बुवाई के समय N.P.K खाद नहीं मिलती थी बेचारे बहुत से किसान N.P.K खाद की कमी की वजह से गेंहूँ नहीं वो पाते थे क्योंकि उस समय इस खाद की कालाबाजारी होती थी और NPK खाद का एक कट्टा ब्लैक में 1000 रूपये से 1100 रूपये में दिया जाता था लाचार किसान किसी तरह से अगर बुवाई कर भी देता था तो उसके बाद गेंहूँ की फसल बड़ी होने पर उसमे यूरिया खाद की दिक्कत इतनी होती थी कि किसान वेचारे खाद गोदामों पर सुबह से ही पहुँच जाते थे और लाइन में लग लग के परेशान हो जाते थे और यूरिया के एक कट्टे (बैग) को औने पौने दामों पर बेंचा जाता था ,किसान हर तरफ से दुखी था ,
लेकिन मई 2014 में मोदी जी की सरकार आते ही उन्होंने इस यूरिया और N.P.K खाद की दिक्कत को जड़ से खत्म कर दिया उन्होंने यूरिया की नीम कोटिंग करके यूरिया चुराकर रसायन फैक्ट्री में बेंचने वालों चोरो पर नकेल कस दी ,नीम कोटिंग करने की वजह से अब यूरिया को सिर्फ और सिर्फ कृषि फसल के उपयोग में ही लिया सकता है ,इससे यूरिया की कमी खत्म हो गयी किसान खुश है ,और खुश होकर यूपी में मोदी जी को वोट दे रहा है .
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