उत्तर प्रदेश : यूपी में करीब 356 बूचड़खाने हैं जिनमें केवल 40 बूचड़खाने ही वैध तरीके से चल रहे थे बाकि 316 बूचड़खानों में मासूम जानवरों को बड़ी बेरहमी से कसाईयों द्वारा काटकर बेंचा जाता था मगर यूपी चुनाव से पहले बीजेपी ने यूपी की जनता से अपील की सूबे में बीजेपी की सरकार बनते ही यूपी के सारे अवैध बूचड़खाने बंद करवा दिए जायेंगे, मगर उस दौरान किसी भी विरोधी पार्टी ने इस मुद्दे के खिलाफ अपनी रैली में आवाज़ नहीं उठाई थी सब एक ही मुद्दे के पीछे पड़े थे सिर्फ नोटबंदी ,मगर अब जब यूपी में बीजेपी की सरकार बन गयी है और बीजेपी ने कड़ी कार्यवाही करते हुए सभी 316 अवैध बूचड़खानों को बंद करवा दिया है तब विरोधियों में हाय तौबा मची हुयी है हर कोई बंद हुए बूचड़खानों का विरोध कर रहा है।
अब एनडीटीवी चैनल ने बंद बूचड़खानों का विरोध करते हुए नया तर्क दिया है "उसने कहा है कि यूपी में अवैध बूचड़खाने बंद करने ज्यादा जरुरी यूपी से भ्रष्टाचार को खत्म करना था ,युवाओं को रोजगार देना था ,अवैध बूचड़खाने बंद करने से यूपी को बहुत बड़ा नुकसान होने वाला है।"
एनडीटीवी ने आगे कहा "अवैध बूचड़खानों से सालाना करीब 28000 करोड़ रूपये का मुनाफा यूपी सरकार को होता है मगर अब बंद होने से इतना ही सालाना नुकसान होने वाला है ,ये बहुत ही दुःखद है ,बूचड़खानों में काम करने वाले लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।"
एनडीटीवी ने आगे कहा "अवैध बूचड़खानों से सालाना करीब 28000 करोड़ रूपये का मुनाफा यूपी सरकार को होता है मगर अब बंद होने से इतना ही सालाना नुकसान होने वाला है ,ये बहुत ही दुःखद है ,बूचड़खानों में काम करने वाले लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।"
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