बिहार : नीतीश कुमार ने बिहार के गाँधी मैदान में बिहार उद्दमिता सम्मेलन का आयोजन किया था जिसमे बिहार के उधमियों को बुलाया गया था इसी दौरान दो युवक नीतीश कुमार से कोई सवाल पूछ बैठे जिसके बाद बिहार पुलिस ने उन दोनों युवकों को उस सम्मेलन से उठा लिया और बिहार के गाँधी मैदान से सीधे थाने लाकर एक कमरे में बंद कर दिया और उन्हें प्रताड़ित किया।
मंगलवार को गाँधी मैदान में आयोजित बिहार उद्दमी सम्मेलन में जब नीतीश कुमार बिहार से आए हुए नौजवानों को संबोधित कर रहे थे इसी दौरान बेगुसराय से सुरेश कुमार ,और मधुबनी से निमी कुमार ने नीतीश कुमार कोई सवाल पूछ लिया मगर उन युवकों को नहीं पता था कि उनका सवाल पूछना उनके लिए बहुत मंहगा पड़ने वाला है , सवाल पूछने के तुरंत बाद बिहार पुलिस उन दोनों युवकों को गाँधी मैदान से पकड़कर सीधे थाने ले आई।
युवकों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और मोबाइल फोन भी छीन लिया साथ ही बहुत ज्यादा प्रताड़ित भी किया ,युवकों ने आगे बताया कि उन्हें करीब 7 घंटे तक कैद रखा गया इस दौरान न उन्हें कुछ खाने को दिया गया और न ही पीने के लिए पानी तक दिया गया ,यहाँ तक कि परिवार वालों को भी कोई सूचना नहीं दी ,और उन्हें रात के 8 बजे रिहा किया गया।
उधर इस घटना पर अभी तक नीतीश कुमार ने तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है मगर नीतीश के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने नीतीश का बचाव करते हुए कहा है "उन युवको के आतंकी होने का संदेह था इसलिए पुलिस ने उन्हें कैद में रखा गया।"
उधर बीजेपी नेता नंद किशोर यादव ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा है कि "नीतीश कुमार को इस मामले में मुँह खोलना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि उधमियों के लिए रखे कार्यक्रम में अगर उद्दमी ही सवाल नहीं पूछेंगे तो फिर कौन पूछेगा?"
युवकों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और मोबाइल फोन भी छीन लिया साथ ही बहुत ज्यादा प्रताड़ित भी किया ,युवकों ने आगे बताया कि उन्हें करीब 7 घंटे तक कैद रखा गया इस दौरान न उन्हें कुछ खाने को दिया गया और न ही पीने के लिए पानी तक दिया गया ,यहाँ तक कि परिवार वालों को भी कोई सूचना नहीं दी ,और उन्हें रात के 8 बजे रिहा किया गया।
उधर इस घटना पर अभी तक नीतीश कुमार ने तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है मगर नीतीश के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने नीतीश का बचाव करते हुए कहा है "उन युवको के आतंकी होने का संदेह था इसलिए पुलिस ने उन्हें कैद में रखा गया।"
उधर बीजेपी नेता नंद किशोर यादव ने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा है कि "नीतीश कुमार को इस मामले में मुँह खोलना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि उधमियों के लिए रखे कार्यक्रम में अगर उद्दमी ही सवाल नहीं पूछेंगे तो फिर कौन पूछेगा?"
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