बिहार : बिहार में लालू यादव को बहुत बड़ा झटका लगने जा रहा है सूत्रों के हवाले से पता चला है कि बिहार में नीतीश कुमार बीजेपी की NDA के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं ,बिहार में जदयू के वरिष्ठ नेता बीजेपी नेताओं से बातचीत भी कर रहे हैं, मगर अभी इसकी आधिकारिक घोषणा होना बाकि है।
दरअसल नीतीश कुमार का NDA में शामिल होना लालू यादव की बढती मांगों को बताया जा रहा है जिससे नीतीश कुमार परेशान हो चुके हैं और उन्होंने बीजेपी के साथ सरकार बनाने का मन बना लिया है ,लालू यादव आए दिन अपने बेटों के लिए काफी ऊँची ऊँची डिमांड कर रहे हैं मगर नीतीश कुमार साफ ईमानदार छवि वाले नेता हैं जिनके होते मांगों पूरा करना फ़िलहाल नामुमकिन है।
बिहार में जबसे महागठबंधन की सरकार बनी है तबसे नीतीश कुमार और लालू की पार्टी के विचारों का मतभेद चल रहा है ,लालू यादव अपने छोटे बेटे को डिप्टी सीएम पद से सीएम पद की कुर्सी पर बिठाना चाहते हैं मगर नीतीश कुमार के होते ऐसा होना मुश्किल है ,दिन प्रतिदिन लालू यादव की बढती महत्वकांक्षाओं से परेशान नीतीश कुमार ने बीजेपी से ही हाथ मिलाना उचित समझा है।
आपको बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ मिलकर करीब 17 साल तक लगातार सरकार चला चुके हैं मगर 2014 में बीजेपी की तरफ से जब पीएम के नाम के लिए मोदी का नाम घोषित किया गया था तभी नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हो गए थे और 2015 में बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार ने लालू से हाथ मिला लिया था।
आपको बता दें कि नीतीश कुमार इससे पहले बीजेपी नेताओं को अपने आवास पर रात्रिभोज के लिए बुला चुके हैं ,इतना ही नहीं नीतीश कुमार नोटबंदी के मुद्दे पर भी पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं और यूपी ,उत्तराखंड में बीजेपी को मिली जीत पर पीएम मोदी बधाई भी दे चुके हैं।
बिहार में जबसे महागठबंधन की सरकार बनी है तबसे नीतीश कुमार और लालू की पार्टी के विचारों का मतभेद चल रहा है ,लालू यादव अपने छोटे बेटे को डिप्टी सीएम पद से सीएम पद की कुर्सी पर बिठाना चाहते हैं मगर नीतीश कुमार के होते ऐसा होना मुश्किल है ,दिन प्रतिदिन लालू यादव की बढती महत्वकांक्षाओं से परेशान नीतीश कुमार ने बीजेपी से ही हाथ मिलाना उचित समझा है।
आपको बता दें कि बिहार में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ मिलकर करीब 17 साल तक लगातार सरकार चला चुके हैं मगर 2014 में बीजेपी की तरफ से जब पीएम के नाम के लिए मोदी का नाम घोषित किया गया था तभी नीतीश कुमार बीजेपी से अलग हो गए थे और 2015 में बिहार विधानसभा चुनावों में नीतीश कुमार ने लालू से हाथ मिला लिया था।
आपको बता दें कि नीतीश कुमार इससे पहले बीजेपी नेताओं को अपने आवास पर रात्रिभोज के लिए बुला चुके हैं ,इतना ही नहीं नीतीश कुमार नोटबंदी के मुद्दे पर भी पीएम मोदी की तारीफ कर चुके हैं और यूपी ,उत्तराखंड में बीजेपी को मिली जीत पर पीएम मोदी बधाई भी दे चुके हैं।
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