उत्तर प्रदेश: विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल नतीजों में बीजेपी को यूपी में नंबर वन पार्टी दिखाया गया है ,टुडे चाणक्य ने तो अपने एग्जिट पोल में बीजेपी को यूपी में 267 से 303 सीटें दी हैं तो वहीँ बहुत से एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं दिया गया है।
अब सवाल यह है कि अगर यूपी में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलता है तो बीजेपी के कौन से वो चेहरे हैं जो यूपी के मुख्यमंत्री बन सकते हैं ? कौन से वो चेहरे हैं जिन्हें बीजेपी नेतृत्व यूपी की गद्दी सौंपेगा? हम आपको बताने जा रहे हैं वो नाम जो बन सकते हैं यूपी के मुख्यमंत्री।
सवर्ण वर्ग : सवर्ण वर्ग से 3 चेहरे आते हैं पहला नाम आता है कट्टर हिंदुत्व की छवि रखने वाले और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ का ,योगी आदित्यनाथ की पूर्वांचल में छवि एक कट्टर हिन्दू वाली बनी हुयी है जिस कारण बीजेपी को हर चुनाव में बहुत बड़ा फायदा मिलता रहा है.
सवर्ण वर्ग से दूसरा नाम आता है केंदीय मंत्री मनोज सिन्हा का ,मनोज सिन्हा अमित शाह के सबसे करीबी माने जाते हैं तो कयास लगाये जा रहे हैं कि मनोज सिन्हा को ही यूपी का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.सवर्ण वर्ग से ही तीसरा नाम आता है राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा का ,दिनेश शर्मा बीजेपी का ब्राह्मण चेहरा होने के साथ साथ बुद्धिजीवी नेता भी हैं.दिनेश शर्मा को पीएम मोदी भी काफी पसंद करते हैं।
सवर्ण वर्ग : सवर्ण वर्ग से 3 चेहरे आते हैं पहला नाम आता है कट्टर हिंदुत्व की छवि रखने वाले और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ का ,योगी आदित्यनाथ की पूर्वांचल में छवि एक कट्टर हिन्दू वाली बनी हुयी है जिस कारण बीजेपी को हर चुनाव में बहुत बड़ा फायदा मिलता रहा है.
सवर्ण वर्ग से दूसरा नाम आता है केंदीय मंत्री मनोज सिन्हा का ,मनोज सिन्हा अमित शाह के सबसे करीबी माने जाते हैं तो कयास लगाये जा रहे हैं कि मनोज सिन्हा को ही यूपी का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.सवर्ण वर्ग से ही तीसरा नाम आता है राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा का ,दिनेश शर्मा बीजेपी का ब्राह्मण चेहरा होने के साथ साथ बुद्धिजीवी नेता भी हैं.दिनेश शर्मा को पीएम मोदी भी काफी पसंद करते हैं।
पिछड़ा वर्ग : पिछड़ा वर्ग से एक नाम आता है बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का ,केशव प्रसाद मौर्य यूपी में अपनी एक पिछड़े वर्ग के नेता की छवि बना चुके हैं और यही वजह रही है कि इस बार यूपी चुनाव में बीजेपी को गैर यादव ओबीसी वोट भी मिला अगर बीजेपी नेतृत्व केशव प्रसाद मौर्य को यूपी का मुख्यमंत्री बनाता है तो बीजेपी के साथ पिछड़ा वर्ग का एक बड़ा वोट बैंक जोड़ा सकता है क्योंकि सवर्ण वर्ग बीजेपी का परम्परागत वोट बैंक है।
हालाँकि सवर्ण वर्ग खेमे का कहना है कि केंद्र में पीएम मोदी पहले से ही पिछड़े वर्ग से आते हैं इसलिए राज्य का मुख्यमंत्री सवर्ण वर्ग से हो।
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