उत्तर प्रदेश : मेरठ नगर निगम बोर्ड की बैठक में सपा के मुस्लिम पार्षदों द्वारा राष्ट्रगीत 'वंदेमातरम्' का अपमान करने पर वहाँ के मेयर द्वारा इन पार्षदों की सदस्यता खत्म करने वाले प्रस्ताव के पास होने पर विरोधी पार्टियों ने अब योगी सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है ,कई पार्टियाँ मुस्लिमों के समर्थन में उतर आई हैं और उन्होंने अपने वोट बैंक को खुश रखने कि वजह से राष्ट्रगीत के अपमान को भी जायज ठहरा दिया है।
कांग्रेसी नेता पीएल पुनिया ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए मेरठ वंदेमातरम् विवाद में मुस्लिमों का बचाव किया है ,उन्होंने कहा है "यूपी में योगी सरकार बनने के बाद मुस्लिमों के साथ अन्याय किया जा रहा है ,उन्हें परेशान किया जा रहा है ,मेयर कौन होता है मुस्लिम पार्षदों की सदस्यता खत्म करने वाला ? मुस्लिम पार्षदों द्वारा वंदेमातरम् का बहिष्कार बिल्कुल सही था क्योंकि वंदेमातरम् को मुस्लिम धर्म नहीं मानता ,हमारे होते हुए मुसलमानों से वन्देमातरम कोई नहीं बुलवा सकता ,और संविधान में कहाँ लिखा है कि "वन्देमातरम" बोलना जरुरी है" ,बीजेपी पार्षदों की गुंडागर्दी हम चलने नहीं देंगे।
आपको बता दें कि ये मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का है जहाँ मंगलवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक में वंदेमातरम् के दौरान सपा पार्टी के मुस्लिम पार्षद वंदेमातरम् का अपमान करते हुए उठकर बाहर चले गये ,विपक्षी पार्षदों के इस शर्मनाक रवैये को देखते हुए महापौर बीजेपी नेता हरिकांत अहलूवालिया ने इन गद्दार पार्षदों की सदस्यता खत्म करने की मांग की और ऐसे गद्दार लोगों को सदन में न घुसने देने का एक प्रस्ताव रखा जिसे सभी बीजेपी पार्षदों ने पास भी कर दिया,मगर महापौर द्वारा रखा गया प्रस्ताव पास होने पर गद्दारों ने सदन का बहिष्कार कर दिया उसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।
आपको बता दें कि ये मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का है जहाँ मंगलवार को नगर निगम बोर्ड की बैठक में वंदेमातरम् के दौरान सपा पार्टी के मुस्लिम पार्षद वंदेमातरम् का अपमान करते हुए उठकर बाहर चले गये ,विपक्षी पार्षदों के इस शर्मनाक रवैये को देखते हुए महापौर बीजेपी नेता हरिकांत अहलूवालिया ने इन गद्दार पार्षदों की सदस्यता खत्म करने की मांग की और ऐसे गद्दार लोगों को सदन में न घुसने देने का एक प्रस्ताव रखा जिसे सभी बीजेपी पार्षदों ने पास भी कर दिया,मगर महापौर द्वारा रखा गया प्रस्ताव पास होने पर गद्दारों ने सदन का बहिष्कार कर दिया उसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।
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