Friday, 7 April 2017

शर्मनाक :मुस्लिम धर्म गुरु अंसार रज़ा ने सभी औरतों का किया अपमान सभी धर्म की औरतों को बेवकूफ बताते हुए 3 तलाक को ठहराया सही


नई दिल्ली : मुस्लिम धर्म गुरु अंसार रज़ा ने टीवी न्यूज़ चैनल "न्यूज़ 18 इंडिया" पर तीन तलाक पर बहस के दौरान सभी औरतों का अपमान किया उन्होंने औरत जाति को पुरुष के मुकाबले बेवकूफ बताया और मुस्लिम धर्म में तीन तलाक को जायज ठहराया ,उन्होंने मुस्लिम औरतों में "डिसीजन मेकिंग पॉवर" को कम बताया, उन्होंने धमकी भी दी कि अगर बीजेपी हमारे धार्मिक मामले में दखलअंदाजी करेगी तो अंजाम बहुत बुरा होगा

दरअसल कल शाम टीवी न्यूज़ चैनल "न्यूज़ 18 इंडिया" पर 'हम तो पूछेंगे' में बहस का मुद्दा था "योगी के पास तीन तलाक का इलाज" इस मुद्दे पर बहस करने के लिए बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा, ऑल इंडिया शिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास, तीन तलाक़ पीड़ित आलिया सिद्दीकी, ग़रीब नवाज़ फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष अंसार रज़ा, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मुफ़्ती ऐजाज़ अरशद क़ासमी और तीन तलाक़ पीड़ित डॉ. गैसिया मौजूद थे

इस बहस के दौरान जब मुस्लिम धर्म गुरु अंसार रज़ा से सवाल पूछा गया कि क्या आप तीन तलाक को कुरीति मानते हैं ? क्या आपके हिसाब से तीन तलाक के जरिये मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है?

इस सवाल का जवाब देते हुए अंसार रज़ा ने कहा  "औरत चाहें किसी भी धर्म की क्यों न हो उसमे पुरुषों के मुकाबले कम समझ होती है ,औरत में "डिसीजन मेकिंग पॉवर" कम होती है इसलिए इस्लाम धर्म में तीन तलाक को जायज माना गया है , तीन तलाक कोई कुरीति नहीं है, ये एक सही निर्णय है, हम इसे खत्म नहीं होने देंगे क्योंकि तीन तलाक एक जरिया है जन्नत का सुख हासिल करने का।"

अंसार रज़ा के इन बेशर्म बोल पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि "जब संविधान में औरत और पुरुष की बुद्धि को बराबर बताया गया है तो आप कौन होते हैं ये कहने वाले कि औरतों में पुरुषों के मुकाबले बुद्धि कम होती है? क्या आप भारतीय संविधान को मानते हैं ? तो अंसार रज़ा ने कहा हम तीन तलाक के मामले में सिर्फ इस्लामी कानून मानेंगे।"
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